इक रोज़ जब.....
इक रोज़ जब ज़िन्दगी से फिर हारा था मैं,
तो मैंने मौत से मौत मांगी,
मौत ने भी दुत्कारा मुझे और कहा,
जियेगा यूँ ,तो तेरी ज़िन्दगी ही तुझे मारेगी,
हो जाएगा तू बेबस इतना,कि तेरी हर हिम्मत भी हारेगी!
मौत मांगे नही मिलती,
मौत खैरात में नही बंटती,
मौत सिर्फ़ मरने का नाम नही,
एक शानदार मौत को भी जिया जाता है,
जा,जाकर फिर से जी,हर पल को अपने आगोश में ले,
हर पल ज़िन्दगी कि आंखों से आँखें मिला,
जा कह दे उस ज़िन्दगी से,मैंने जीना सीख लिया है,
तुझको तो मैं जीतूँगा एक दिन,
और अपनी मौत को भी जी जाऊँगा !!!!!!!!!!
Comments
और अपनी मौत को भी जी जाऊँगा !!!!!!!!!!
वाह वाह जीते रहो ! क्या मर्दों वाली बात कही है ? बहुत शानदार ! जी खुश कर दिया ! धन्यवाद !
एक शानदार मौत को भी जिया जाता है
बहुत जोरदार बात कही ! धन्यवाद !
मौत खैरात में नही बंटती,
मौत सिर्फ़ मरने का नाम नही,
एक शानदार मौत को भी जिया जाता है
बहु सुंदर बात कही है विक्रांत:
कोई हर रोज़ मरता है, शहादत कोई पाता है
how r u know
thanks for comment
good lines
regards
धन्यवाद
भई वाह बेशर्मा जी
बढ़िया कविता कह डाली आपने
साधुवाद
पर
हरियाणा एक्सप्रैस के साथ साथ कभी इधर भी आ जाया करो
मैंने जीना सीख लिया है,
तुझको तो मैं जीतूँगा एक दिन...
.... बहुत सुन्दर रचना है।
एक शानदार मौत को भी जिया जाता है,
जा,जाकर फिर से जी,हर पल को अपने आगोश में ले,
हर पल ज़िन्दगी कि आंखों से आँखें मिला,
जा कह दे उस ज़िन्दगी से,मैंने जीना सीख लिया है,
तुझको तो मैं जीतूँगा एक दिन,
और अपनी मौत को भी जी जाऊँगा !!!!!!!!!!
very positive.....very positive.
bahut badhiya likha hai.jeevan ka falsafa yahi hona chahiye.jisne jeevan ko iase jiya wahi jeetta hai.
bahut bahut achche.
जियेगा यूँ ,तो तेरी ज़िन्दगी ही तुझे मारेगी,
हो जाएगा तू बेबस इतना,कि तेरी हर हिम्मत भी हारेगी!
मौत मांगे नही मिलती,
मौत खैरात में नही बंटती,
मौत सिर्फ़ मरने का नाम नही,
एक शानदार मौत को भी जिया जाता है,
bahut sahi kaha aapne
पिछले समय जाने अनजाने आपको कोई कष्ट पहुंचाया हो तो उसके लिए क्षमा प्रार्थी हूँ !
दीप पर्व की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !
हार्दिक शुभकामनाएँ!